- कैसे कब और कहाँ
- व्यापार से साम्राज्य तक
- ग्रामीण क्षेत्र पर शासन चलाना
- आदिवासी, दिकु और एक स्वर्ण युग की कल्पना
- जब जनता बगावत करती है
- उपनिवेशवाद और शहर एक शाही राजधानी की कहानी
- बुनकर, लोहा बनाने वाले और फैक्ट्री मालिक
- दृश्य कलाओं की बदलती दुनिया
- देशी जनता को सभ्य बनाने और राष्ट्र को शिक्षित करना
- महिलाएं, जाति एवं सुधार
- राष्ट्रीय आंदोलन का संघटन
- स्वतंत्रता के बाद