- प्रेमचंद दो बैलों की कथा
- राहुल संकृत्यायन ल्हासा की ओर
- श्यामाचरण दुबे उपभोक्तावाद की संस्कृति
- जाबिर हुसैन साँवले सपनों की याद
- चपला देवी नाना साहब की पुत्री देवी मैना को भस्म कर दिया गया
- हरिशंकर परसाई प्रेमचंद के फटे जूते
- महादेवी वर्मा मेरे बचपन के दिन
- हजारीप्रसाद द्विवेदी एक कुत्ता और एक मैना
- कबीर साखियाँ एवं सबद
- ललद्यद वाख
- रसखान सवैये
- माखनलाल चतुर्वेदी कैदी और कोकिला
- सुमित्रानंदन पंत ग्राम श्री
- केदारनाथ अग्रवाल से लौटती बेर चंद्र गहना
- सर्वेश्वर दयाल - सक्सेना मेघ आए
- चंद्रकांत देवताले - यमराज की
- राजेश जोशी